बच्चों को मिले शूज तो खिले चेहरे-
आदिवासी बाहुल्य शासकीय स्कूल के बच्चे अब नए शूज पहनकर पहुँचेंगें स्कूल।
उद्योग नगरी के समीपस्थ आदिवासी ग्राम निशान खेड़ा के शासकीय प्राथमिक स्कूल के बच्चों की मदद के लिए दानदाता निरंतर आगे आ रहे हैं। दानदाताओं के सहयोग और शिक्षकों के प्रयासों से बच्चे किसी प्रायवेट स्कूल की तरह ही विद्यालय जाते और शिक्षा ले रहे हैं। यहां के बच्चों की स्कूल ड्रेस से लेकर हर गतिविधियों ने इसे अन्य शासकीय स्कूल से अलग बनाया है। यही कारण है कि समाज सेवी यहाँ जाकर स्कूल की जरूरतों को पूरा करने में योगदान देते है।
जहां बीते दिनों कुछ दानदाताओं ने स्कूल के बच्चों को स्वेटर और स्कूल बैग आदि सामग्री दान दी थी। वहीं गुरुवार को नगर के सामाजिक कार्यकर्ता गिरीश यादव ने बच्चों को शूज भेंट किए।
जानकारी देते हुए स्कूल के प्रभारी मनोज नागर ने बताया कि आदिवासी टोले के बच्चे अधिकांश नंगे पांव ही स्कूल आते थे। अन्य दानदाताओं से प्रेरणा लेकर बच्चों को गिरीश यादव ने अपने एक वर्ष के बेटे के जन्मदिन के उपलक्ष्य में स्कूल के सभी 42 बच्चों को शूज भेंट किए। नए शूज पाकर बच्चों में उत्साह है।