पट्टा नहीं तो वोट नहीं के गूंजे नारे
वार्ड 7,9और 10 के रह वासियों ने विधायक के खिलाफ खोला मोर्चाकहा-चुनाव प्रचार में कसम खाई थी गरीबी दूर करने की कुछ नहीं किया,अब झांसे में नहीं आयेंगें।
पट्टा नहीं तो वोट नहीं के गूंजे नारे |
रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में ऑनलाइन पट्टा वितरण और दीनदयाल रसोई का शुभारंभ किया गया था। नगर में भी 232 पात्र हितग्राहियों को मंगलबजार स्थित समुदायिक भवन में पट्टे बांटे गए थे। लेकिन वर्षों से अपने घर की आस लगाए वार्ड 7,9 और 10 के रहवासियों का पट्टा वितरण सूची में नाम नही आया। रविवार को ही नपा अधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सामने लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। आज 200 सौ से अधिक संख्या में वार्ड 10 के एक चबूतरे पर शाम 6 बजे बड़ी संख्या में महिला पुरुष एकत्र हुए। यहां जुग्गी वासियों ने स्थानीय प्रसाशन और विधायक के खिलाफ एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई।
पट्टे नहीं तो वोट नहीं-
बड़ी संख्या में एकत्र हुई महिलाओं ने इस बार स्थानीय सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की और स्थानीय विधायक के साथ पार्षद और नेताओं को सबक सिखाने की ठानी। महिलाओं और पुरुषों की एकत्रित भीड़ ने पट्टे नही तो वोट नही का नारा बुलंद किया। पट्टा नही तो वोट नहीं कहते हुए सबक सिखाने के लिए एकजुटता प्रदर्षित की।
कहा अब भाजपा नेताओं की बातों में नहीं आयेंगें-
रेलवे स्टेशन किनारे लगभग 40-45 साल से जुग्गी बनकर रह रही रेखा पाल ने बताया की नपा के चुनाव में प्रचार करने आए विधायक सुरेंद्र पटवाने उनसे वादा किया था कि वह उन्हें पक्का मकान देंगे,उनकी गरीबी दूर करेंगे। लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया। वहीं विमला बाई और रेखा पाल ने बताया कि हर बार चुनाव के दौरान नेता आते हैं और लुभाने वादे करते हैं, लेकिन इस बार उनकी बातों में हम नहीं आयेंगें। इस बार हमने ठान लिया है कि पट्टा नहीं तो वोट नहीं देंगे। यही के निवासी सरस्वती बाई और सिया बाई के साथ राशिद ने बताया कि उन्हें गुमराह किया जाता है कि यह रेलवे की जमीन है वर्षों से वह इसी खौफ में जी रहे हैं कि पता नहीं उन्हें कब हटा दिया जाए। लोगों के तेवर देखकर लगता है कि वे आगे और अप आंदोलन करने के लिए तैयार हैं उनकी नाराजगी भाजपा संगठन और स्थानीय विधायक के प्रति है।