बाल विवाह विरोधी पखवाड़ा-
1 अक्टूबर हस्ताक्षर अभियान से प्रारंभ होकर 16 अक्टूबर कैंडल मार्च महाअभियान पर होगा समापन
महिलाओं के नेतृत्व में जिले की 71 पंचायत में निकल जाएगी बाल विवाह के विरोध में रैली
विशेष ग्राम सभा में 75 गांव को किया जाएगा बाल विवाह मुक्त
रायसेन। कृषक सहयोग संस्थान द्वारा 1 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक बाल विवाह विरोधी पखवाड़े का आयोजन किया गया है। जानकारी देते हुए संस्था प्रमुख एच बी सेन बताया कि पखवाड़े के अंतर्गत 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्मारक भीमबेटका सांची और भोजपुर में हस्ताक्षर अभियान से इसकी शुरुआद की जाएगी। इसका समापन 16 तारीख को कैंडिल मार्च और मशाल रैली के बाद समापन होगा। उन्होंने बताया कि संस्था रायसेन और सागर जिले में बच्चों के अधिकार संरक्षण कर उन तक न्याय की पहुंच बनाने के लिए कार्यरत है। इस अभियान में गांव के साथ लगभग 30 हजार लोगों को जागरुक बाल विवाह न करने की सपथ भी दिलाई जाएगी।75 गांव होंगें बाल विवाह मुक्त-
संस्था के जिला समन्वयक अनिल भवरे ने बताया कि इस बार 2 अक्टूबर को होने वाली ग्राम सभाओं में 75 गावो को ग्राम सभा सदस्यों द्वारा बाल विवाह मुक्त घोषित करने का प्रस्ताव पारित किया जाना है।इसके पूर्व संस्था के कार्यकर्तओं ने उन सभी गांवों में घर घर जाकर लोगों को बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत करा कर सपथ दिलाई है। कि वे न तो बाल विवाह करेंगें और ना ही ऐसे किसी आयोजन में सम्मलित होंगें।उन्होंने बताया कि अक्टूबर को स्थानीय कलाकारों द्वारा बाल विवाह के विरोध में गीत गाएंगे। स्थानीय जनप्रतिनिधियों,जन नेताओं से बाल विवाह के विरोध में अपील करवा कर सोशल मीडिया पर अभियान चलाया जाएगा।
इस अभियान को सफल बनाने के लिए संस्था के कार्यकर्ताओं के साथ पंचायतों के सरपंच,स्थानीय जन प्रतिनिधि, स्वयं सेवी संस्था संचालक,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता,समूह की महिलाएं युवा समूह और स्थानीय लोगों की लंबी सूची है जो इस अभियान को सफल बनाने के लिए कार्य करेगी।