चैतीचांद उत्सव आयोजित-
सिंधी समाज ने प्रभात फेरी निकाली कर किया बहिराणा साहब पाठ
भजन कीर्तन के साथ हुआ विसर्जन। शाकाहार का प्रचार करने निकाली पैदल रैली
भगवान झूलेलाल जयंती चैतीचांद उत्सव पर आज सिंधी समाज सेवा न्यास ने द्वारा भगवान झूलेलाल की शोभायात्रा निकाली गई। यात्रा पटेल नगर स्थित दुर्गा मंदिर से प्रारंभ की गई। आगे आगे रथ में सवार भगवान झूलेलाल की प्रतिमा शोभायमान थी। पीछे डीजे की धुन पर श्रद्धालु नृत्य करते चल रहे थे। भगवान झूलेलाल की शोभायात्रा का नगर के कई स्थानों पर आरती पूजन कर भव्य स्वागत किया गया। शोभायात्रा दुर्गा मंदिर पटेल नगर से प्रारंभ होकर मंगल बाजार इंद्रपुरी चौराहा गांधी चौक गणेश चौक राधाकृष्ण चौक स्टेशन रोड होती हुई वार्ड क्रमांक 1 स्थित सिंधी समाज धर्मशाला पहुंची। यह शोभायात्रा का समापन हुआ।
धर्मशाला में हुई वरुण देव की पूजा-
समाज के वरिष्ठ मुरलीधर धर्मवाणी ने बताया कि वार्ड क्रमांक 1 स्थित सिंधी समाज धर्मशाला में भगवान भगवान झूलेलाल जयंती का चैतीचांद उत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें बहीराणा साहब का अनुष्ठान किया गया। बहिराणा साहब वरुण देव के अवतार माने जाते हैं। लगभग तीन घंटे की की विशेष पूजा अर्चना में सिंधी समाज के श्रद्धालु परिवार सहित सम्मलित हुए। इस दौरान परंपरागत गीत संगीत और सिंधी समाज की परंपराओं से चैतीचांद उत्सव मनाया गया।
जानकारी देते हुए समाज के राम शिवानी ने बताया कियहां भजन पूजन और कीर्तन के बाद वरुणदेव अवतार बहिराणा साहब मूर्ति का दाहोद जलाशय में विसर्जन किया गया। शोभायात्रा और अनुष्ठान में समाज के अध्यक्ष मुरलीधर धर्मवानी,कोषाध्यक्ष राम कुमार शिवानी, हरिश शेवानी मनोज मोटवानी,अनिल इसरानी,हरिश वासवानी, महेश हेमनानी सहित बड़ी संख्या में सामाजिक बंधु शामिल हुए।
अहिंसा और शाकाहार का दिया संदेश-
जानकारी देते हुए समाज के राम शिवानी ने बताया कियहां भजन पूजन और कीर्तन के बाद वरुणदेव अवतार बहिराणा साहब मूर्ति का दाहोद जलाशय में विसर्जन किया गया। शोभायात्रा और अनुष्ठान में समाज के अध्यक्ष मुरलीधर धर्मवानी,कोषाध्यक्ष राम कुमार शिवानी, हरिश शेवानी मनोज मोटवानी,अनिल इसरानी,हरिश वासवानी, महेश हेमनानी सहित बड़ी संख्या में सामाजिक बंधु शामिल हुए।
अहिंसा और शाकाहार का दिया संदेश-
इधर जय गुरुदेव धर्म विकास संस्था द्वारा नगर में रैली निकालकर मांसाहार त्याग ने और शाकाहारी बनने का संदेश दिया गया। रास्ते भर संस्था के सदस्य शाकाहार के लाभ और मांसाहार से होने वाली हानियों का प्रचार करने वाले पेंपलेट बांटते शाकाहार की महिमा का गुणगान करते चल रहे थे। वेहाथों में दुर्गुण दूर व्यसन और मांसाहार त्याग ने शाकाहार अपनाने के नारे लिखी तख्तियां लिए चल रहे थे। सतलापुर जोर से प्रारंभ होकर यह शाकाहार संदेश देने वाली रैली नगर के विभिन्न मार्गो से होती हुई सतलापुर कार्यक्रम स्थल पहुंची। यहां यात्रा का समापन हुआ।