मातृ पितृ पूजन पखवाड़ा-
योग वेदांत सेवा समिति का संस्कारों से जोड़कर संस्कृति बचाने का प्रयास
स्कूलों में बच्चों को बता रहे टीवी,मोबाईल,इंटरनेट से दूर रहने के उपाय और माता पिता की महिमा
मंडीदीप। नगर की योग वेदांत सेवा समिति के युवा सेवा संघ द्वारा इन दिनों माता पिता पूजन दिवस मनाया जा रहा है बुधवार से शुरू हुआ अभियान 15 फरवरी तक चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत स्थानीय स्कूलों में विद्यार्थियों को संस्कारवान और चरित्रवान बनाने के लिए मातृ पितृ पूजन कराने के साथ ही भारतीय संस्कृति से भी परिचित कराया जा रहा है। जिसमें बड़ी संखया में माता पिता और बच्चे भाग लेकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। युवा सेवा संघ के दारा पाल ने बताया कि प्रतिदिन दो से तीन विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उनका लक्ष्य 15 फरवरी तक नगर के सभी स्कूलों में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर अधिकांश लोगों तक माता पिता पूजन का उद्देश्य और महत्व को समझाना है। जिससे स्वप्रेरित हो लोग 14 फरवरी को पश्चिमी सभ्यता से प्रेरित होकर वैलेंटाइन डे ना मनाए बल्कि उसके स्थान पर हर घर में माता पिता पूजन दिवस मनाया जा सके।
प्रत्येक स्कूल से हर घर पहुंचने का लक्ष्य-
युवा संघ के दारा सिंह पाल ने बताया कि बच्चों को संस्कार केंद्र में दैनिक दिनचर्या के साथ मोबाइल और इंटरनेट से मन मस्तिष्क और जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में जानकारी दी जाती है। जिससे वे टीवी और मोबाइल से दूर है सकें। उन्होंने बताया कि नगर के प्रत्येक स्कूल में माता पिता पूजन दिवस मनाया जा रहा है। इस माध्यम से 14 फरवरी को प्रत्येक घर माता पिता पूजन दिवस मनाए जाने का संदेश पहुंचाया जा सकेगा। इससे सामूहिक रूप से बड़े स्तर पर माता पिता पूजन दिवस मनाने का लक्ष्य पूरा हो सकेगा।
बाल केंद्र से संस्कारित हो रहे बच्चे-
योग वेदांत सेवा समिति के सचिव संतोष सेन ने बतया की समिति द्वारा वार्ड क्रमांक एक में संस्कार केंद्र संचालित है। यहां बच्चों को दैनिक दिनचर्या से लेकर भारतीय सनातन संस्कृति का महत्व उपयोगिता और आज के परिवेश में संस्कारों की अनिवार्यता के विषय में बताया जाता है। बाल संस्कार केंद्र में बच्चों को दैनिक सांध्य,आदर्श नित्य दिनचर्या,योग व्यायाम,ध्यान आदि सिखाया जाता है।