महादेव महोत्सव के दूसरे दिन- शिवमय हुआ मंच संपूर्ण,कलाकारों ने मात्र 45 मिनट में किया सम्पूर्ण शिव कथा का मंचन सांस्कृतिक मंच से फूहड़ गानों की प्रस्तुति से प्रबुध्दजन नाराज

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 महादेव महोत्सव के दूसरे दिन-

शिवमय हुआ मंच संपूर्ण,कलाकारों ने मात्र 45 मिनट में किया सम्पूर्ण शिव कथा का मंचन

सांस्कृतिक मंच से फूहड़ गानों की प्रस्तुति से प्रबुध्दजन नाराज



विश्वविख्यात धार्मिक एवं पर्यटन स्थल शिव धाम भोजपुर में कलाप्रेमी महादेव महोत्सव के अंतर्गत आयोजित कला संस्कृति के मंच से भक्ति रस से सराबोर हैं। शिव मंदिर प्रांगण में मप्र शासन संस्कृति विभाग द्वारा महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर तीन दिवसीय महादेव महोत्सव आयोजित किया गया है। आयोजन के दूसरे दिन शिव मंदिर प्रांगण में तीन अलग अलग समूहों और विधाओं के कलाकारों प्रस्तुतियों का मंचन। जिसमें भोपाल के कपिल शर्मा और साथीयों ने शिव केन्द्रित नृत्य नाटिका,भोपाल से ही भारती विश्वनाथन और साथियों ने शिव भजन प्रस्तुत किये। मुम्बई के प्रख्यात गायक कुणाल गांजावाला और साथियों नेसुगम संगीत की प्रस्तुति दी। इस अवसर सहायक संचालक, संस्कृति संचालनालय वंदना जैन ने सभी कलाकारों का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया।


25 कलाकारों ने 45 मिनट में किया सम्पूर्ण शिव कथा का मंचन-

महादेव महोत्सव के दूसरे दिन की शुरुआत भारती विश्वनाथन और साथियों ने शिव भजन की प्रस्तुति से की। शिव की नगरी में भगवान शिव के गीतों पर स्रोता झूम उठे। दूसरी प्रस्तुति कपिल शर्मा और साथियों ने शिव केंद्रित नृत्य की दी। उन्होंने 45 मिनट में 25 कलाकारों के साथ कथक नृत्य के माध्यम से भगवान शिव की सम्पूर्ण कथा को दिखाया। जिसमें उन्होंने सति दहन,पार्वती जन्म,वीर भद्र एवं शिव बारात,शिव विवाह इत्यादि प्रसंग का निपूर्णता के साथ मंचन किया। भोपाल के इन कलाकारों को दर्शकों की भरपूर सराहना मिली। भगवान शिव के प्रत्येक प्रसंग पर दर्शक भावविभोर हो उठे।
कुणाल गांजे वाला ने मेरे मन मे शिवा से शुरुआद की-
दूसरे दिन की अंतिम प्रस्तुति माने गायक कुणाल गांजावाला और साथियों द्वारा सुगम संगीत की रही। कुणाल ने प्राचीन शिव मंदिर जाकर भगवान महादेव के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने मंदिर से संबंधित जानकारी भी प्राप्त की। मंच पर पहुंचकर कुणाल ने अपनी प्रस्तुति की शुरुआत मेरे मन में शिवा.... भजन गाकर की। शिव मंदिर परिसर के अलौकिक वातावरण में जब कुणाल की आवाज की सुगंध घुली तो श्रोता भी दिव्य आनंद से भर उठे। इसके बाद उन्होंने बिना रुके अपनी मखमली आवाज में एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत किए, जिनमें काल काल में हम तुम करें धमाल...., दिल कह रहा है तुमसे ये रिश्ता जोड़ लूं...., दिल नशीं माशाअल्लाह...., यार को मैंने मुझे यार ने सोने न दिया...., सब रिश्ते नाते हंस के तोड़ दूं...., चन्ना वे घर आजा....दिल न दिया दिल न लिया...., भीगे होंठ तेरे.... जैसे गीतों से श्रोताओं को संगीत की जादुई दुनिया में ले गए। कुणाल गांजावाला की यह विशेष प्रस्तुति भोजपुर के श्रोता लंबे अरसे तक भूल नहीं पायेंगे।

सांस्कृतिक मंच से कुछ भी न परोसें-
प्रसिद्ध गायक कुणाल गांजावाला के फिल्मी गीतों में देर रात तक शमा बांधे रखा। लेकिन उनके ही प्रसिद्ध गीतों की प्रस्तुति का प्रबुद्धजनों ने दर्शक दीर्घा छोड़कर विरोध प्रकट किया। उन्होंने कला की तो सराहना की लेकिन सांस्कृतिक मंच पर गीतों प्रस्तुति को लेकर एतराज जताया। गणमान्य नागरिक भीगे होंठ तेरे जैसे गीत की प्रस्तुति की उद्घोषणा के पूर्व अन्य फूहड़ गीतों पर ही उठ कर चले गए।

महादेव महोत्सव में आज कवि सम्मलेन -
भोजपुर में महादेव महोत्सव के तीसरे एवं अंतिम दिवस भोपाल के अरविन्द सोनी और सुनीता सिंह के गायन की प्रस्तुति होगी। इसके बाद अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित होगा। जिसमें लखनऊ से डाॅ. सर्वेश अस्थाना,उदयपुर से अजातशत्रु,ओरछा से सुमित मिश्रा, बड़ौदा से कवित्री श्वेता सिंह,भिंड से प्रतीक चौहान और उज्जैन से शिवांगी शर्मा काव्यपाठ करने सम्मलित होंगी।

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