शिवरात्री महापर्व पर देर रात चले आयोजन-
नगर में 4 मंदिरों निकाली 5 किलोमीटर की शिवबारात
देर रात तक चलता रहा भजन पूजन भंडारे का आयोजन
महाकाल की उपासना का महापर्व महाशिवरात्रि शनिवार को क्षेत्र में उत्साह उमंग उल्लास और श्रद्धा भक्ति भाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर नगर सहित क्षेत्र के शिवालयों में सुबह से ही देर रात तक भगवान भोले नाथ की पूजा अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ जुटी रही। भगवान शिव को जल अर्पण करने और दर्शन करने का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। नगर में मंदिरों में भक्तों ने अभिषेक व हवन के कार्यक्रम आयोजित किए। महाशिवरात्रि पर सुबह से 12 बजे रात तक शिव मंदिर हर-हर महादेव और ओम नमः शिवाय की ध्वनि से गुंजायमान रहे। सुबह जलाभिषेक,पंचामृत अभिषेक,रुद्राभिषेक हुआ। भोलेनाथ- पार्वतीजी का दूल्हा-दुल्हन के रूप में श्रृंगार किया गया। इसके बाद महाआरती हुई जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
नगर में चार स्थानों से निकली शिव बारात- नगर में सुबह 4 बजे से रात 12 बजे तक भोले के भक्त भक्तिरस में डूबे रहे।
भोलेनाथ का कहीं फूलों से तो कहीं भांग सूखे मेवों से श्रृंगार किया गया। शीतल सिटी में मंदिर में दिन भर रुद्र निर्माण कर शाम को उनका अभिषेख किया गया। इस दौरान नगर में शिव बारात भी निकली। गुलमोहर स्थित शिव मंदिर से निकाली गई शिव बारात पिपलिया रोड, शीतल सिटी स्टेशन रोड होती हुई वापस मंदिर पहुंची। यह रात मंदिर प्रांगण में शिव भक्तों ने शिव पार्वती का विवाह रचाया गीत गये। देर रात तक भजनों के आनन्द लेते रहे।
शिवबारात ने 5 किमी की दूरी 4 घंटे में की पूरी-
नगर में सबसे बड़ी शिव बारात निकाली गई। शिव बारात में शिव पार्वती के वेश में सजीव झांकी निकाली। वहीं नंदी पर सवार भोले की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र रही। शिव बारात नगर के विभिन्न मार्गों से होती हुई मंदिर में पहुंची। इस दौरान लगभग 4 घंटे में 5 किलोमीटर बारातियों ने तय किया। रास्ते भर ढोल धमके के साथ श्रद्धालु नाचते गाते जयकारे लगते चल रहे थे। श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ के जयकारे लगाकर विधि-विधान से अभिषेक किया और सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। शिवालयों के बाहर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं। पटेल नगर स्थित शिवमंदिर, खेड़ापति मंदिर,सतलापुर के शिवशक्ति मंदिर एवं पिपलेश्वर सहित अन्य मंदिरों पर महादेव के दर्शन करने श्रद्धालुओं की भीड़ देर रात तक उमड़ी रही। ओम नमः शिवाय और हर हर महादेव के जयकारों से शिवालय गूंजते रहे। सुबह से देर रात 12 बजे तक दर्शन के लिए भक्तों की कतारें लगी रहीं।