श्री परशुराम गौशाला का नवाचार-जन्मदिन मनाएं,गौवंश गोद लें पौधा रोपण कर सेवा करें
गौवंश संवर्धन,संस्कृति संरक्षण और पर्यावरण संवर्धन का संकल्प लेकर लौटे लोग
नगर के निकट ग्राम पडोनिया में स्थित भगवान श्री परशुराम गोशाला में गोवंश संवर्धन,संस्कृतिक और पर्यावरण संरक्षण के लिए विभिन्न आयाम चलाए जा रहे हैं। इसी के अंतर्गत आज गौशाला परिसर में 58 पौधे रोपे गए। गौवंश के लिए 58 किलो का विभिन्न अनाजों और पौष्टिक चीजों से निर्मित केक बनाकर गौवंश को भोग लगया गया। भगवान श्री कृष्ण के कान्हा स्वरूप को साक्षी मानकर एक गौवंशों को गोद लिया और साल भर के आहार की राशि जमा की। यह अनूठी पहल श्री परशुराम गौशाला के प्रकल्प से जुड़कर पूर्व नपाध्यक्ष उषा विपिन भार्गव ने की।
उन्होंने श्री परशुराम गौशाला की पशुधन और सनातन संस्कृति के संरक्षण हेतु चलाई गई इस योजना में भाग लिया। उन्होंने बतया की 58 साल में पहली बार जन्मदिन इस तरह मनाकर गौशाला के गौवंश संवर्धन,संस्कृति संरक्षण और पर्यावरण संवर्धन के समाजहित के कार्य मे सहभागी होने का अवसर मिला।
प्रेरणा एक गौवंश गोद लें-
पूर्ण अध्यक्ष विपिन भार्गव ने बताया कि गौशाला में जन्मदिन मना कर लोगों को संकल्प दिलाया गया है कि वह भी अपना जन्मदिन इस तरह से मनाएं। जिससे कि गोवंश का समर्थन संरक्षण हो सकेगा। साथ ही हम अपनी सनातन संस्कृति को भी बचा सकेंगे। उन्होंने लोगों को मात्र 20 रु प्रतिदिन के हिसाब से 1 वर्ष का खर्च देकर एक गौवंश को गोद लेने के लिए प्रेरित किया।
पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक पौधा रोपण-
पार्षद दीपिका सुरेंद्र जैन ने सराहनीय कदम बताते हुए कहा कि यदि लोग अपने जन्मदिन पर एक एक पौधा भी लगाएं तो यह पर्यावरण संरक्षण के लिए एक अभूतपूर्व कार्य होगा।
लिया संकल्प-
नगर में सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लेने वाले महिला मंडल ने इस अवसर पर लड्डू गोपाल को साक्षी मानकर गौ सेवा करने का संकल्प लिया उन्होंने कहा कि गौ सेवा भी कान्हा की सेवा है महिला मंडल जहां भी भारतीय संस्कृति के अनुरूप जन्म दिवस मनाया जाएगा वहां अपना मंडल लेकर भजन गाने पहुंचेंगे आज भी श्री कृष्ण गौशाला में महिला मंडल की ओर से सुंदरकांड का आयोजन किया गया है।
उपहार में दिया गुड़ तेल अनाज-