सकल जैन समाज ने निकाली विशाल रैली किया विरोध परदर्शन
शीर्ष तीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाये जाने के विरोध में राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन।
रैली में गूंजे सम्मेद शिखर हमारा है हमको प्राणों से प्यारा है।
केंद्र सरकार होशं में आओ आदि नारे लगाते हुए किया विरोध प्रदर्शन।
सकल जैन समाज द्वारा आज जैन समाज के तीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने के विरोध में रैली निकाली। जैन समाज के महिला पुरुषों ने बड़ी संख्या में थाने पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारी के ज्ञापन लेने समय पर ना पहुंचने पर थाने का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की। कुछ युवाओं ने सक्षम अधिकारी के समय पर न पहुंचने से नाराज होकर मुख्य मार्ग जाम करने का प्रयास किया। हालांकि समझाने पर कुछ ही देर में वे रोड से हट गए।
देश में झारखंड में स्थित सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने का सकल जैन संपूर्ण जैन समाज विरोध कर रहा है इसी क्रम में मंडीदीप सकल जैन समाज ने आज गणेश चौक से रैली निकाली। रैली के के रूप में बड़ी संख्या में जैन समाज की महिला पुरुष थाने पहुंचे। थाने पहुंचकर सम्मेद शिखर हमारा है,हमें जान से प्यारा है,सरकार होशं में आओ,सम्मेद शिखर बचाओं के नारे लगाये। यहां समाज के वरिष्ठ जनों ने जैन समाज के लोगों के बीच ज्ञापन में अपनी मांगों को पढ़कर सुनाया।
मांगें न मानने पर दी चरणबद्घ आंदोलन की चेतावनी -
समाज की ओर से प्रवक्ता पंकज जैन ने बताया कि तीर्थ हमारी संस्कृति व समाज उत्थान के केंद्र होते हैं। तीर्थो की पवित्रता को खत्म नहीं करना चाहिए। सम्मेद शिखरजी पर सरकार द्वारा पर्यटन स्थल एवं वन्य प्राणी अभ्यारण जैसी अधिसूचना जारी की गई है। जिससे धार्मिक आस्थाओं पर कुठाराघात होगा। कोई भी सभ्य समाज इन योजनाओं को स्वीकार नहीं करेगा। सम्मेद शिखर सहित देश के सभी धार्मिक स्थलों को सरकार ने पवित्र स्थल घोषित करे। वहां शराब, मांसाहार सहित सभी व्यसनों पर तत्काल प्रतिबंध लगाना चाहिए। पवित्र स्थल को पर्यटन स्थल घोषित करना गलत है। सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाने का प्रस्ताव वापस ले अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
थाने में नहीं था कोई जिम्मेदार अधिकारी-
सकल जैन समाज का नेतृत्व करते हुए रैली के रूप में थाने पहुंचे यहां जैन समाज की ओर से अरविंद जैन ने बताया थाने को पहले ही सूचना दे दी गई थी इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी थाने में उपस्थित नहीं है एसडीएम के थाना पहुंचने में देरी होने से नाराज कुछ युवाओं ने रोड जाम करने का प्रयास किया लेकिन उन्हें समझा दिया गया लोगों ने थाने के सामने नारेबाजी करते हुए अपना विरोध जताया।
एसडीम को सौंपा ज्ञापन- एसडीएम प्रमोद गुर्जर के थाना मंडी पहुंचने के बाद सकल जैन समाज की ओर से समाज के पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। मुख्य रूप से सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित न करने और सम्मेद शिखर परीक्षेत्र जिसमें 20 तीर्थंकर और अनेक तीर्थांकरों की मोक्ष स्थली को पूर्णता जैन धर्म की धार्मिक आस्था का अनुसार सम्मेद शिखर क्षेत्र को तीर्थ स्थल के रूप में ही रखने की मांग की।
अधिसूचना रद्द करने की ज्ञापन में मांग-
जैन समाज की तरफ से दिए ज्ञापन में मांग की गई है कि पारसनाथ पर्वतराज को वन्य जीव अभ्यारण्य, पर्यावरण पर्यटन के लिए घोषित इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत जोनल मास्टर प्लान व पर्यटन मास्टर प्लान, पर्यटन/धार्मिक पर्यटन सूची से बाहर किया जाएं। पर्वतराज को बिना जैन समाज की सहमति के इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत वन्य जीव अभ्यारण्य का एक भाग और तीर्थ माना जाता है, लिखकर तीर्थराज की स्वतंत्र पहचान व पवित्रता नष्ट करने वाली झारखण्ड सरकार की अनुशंसा पर केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी दो अगस्त 2019 को जारी अविलंब रद्द की जाए।
साथ ही पारसनाथ पर्वतराज व मधुबन को मांस-मदिरा बिक्री मुक्त पवित्र जैन तीर्थस्थल घोषित करें। पर्वतराज की वंदना मार्ग को अतिक्रमण, वाहन संचालन व अभक्ष्य सामग्री बिक्री मुक्त कर यात्री पंजीकरण, सामान जांच के लिए स्कैनर, कैमरे सहित दो चेक पोस्ट चिकित्सा सुविधा स्थापित की जाए। पर्वतराज से पेड़ो की अवैध कटाई, पत्थरों का खनन व महुआ के लिए आग लगाना प्रतिबंधित करें।
इस अवसर पर रैली में महावीर दिगम्बर जैन मंदिर कमेटी पटेल नगर के अध्यक्ष अरविंद जैन,सचिव सुनील काला, कोषाध्यक्ष अशोक जैन,प्रवक्ता पंकज जैन, पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर समिति दाहोद के अध्यक्ष विनोद जैन, सचिव अमित जैन,श्रीआदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर के अध्यक्ष विजय पहाड़िया,दिलीप पहाड़िया,पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर कमेटी के विमल जैन,अर्पित जैन,तारण तरण चैत्यालय के अध्यक्ष सुरेंद्र जैन,आजाद जैन,शैलेन्द्र समैया,शेलेन्द्र ओशो,उपेंद्र समैया एवं पूर्णिमा जैन,राजीव जैन समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।