असत्य पर सदैव ही सत्य की विजय होती है:कमलकांत
भजनों पर आनन्द विभोर हो जन कर नाचे भक्त।
मंडीदीप- रामायण में प्रत्येक पात्र का जीवन अभिनन्दनीय अनुकरणीय है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने अपनी लीलाओं से मनुष्य मात्र को मर्यादित जीवन जीने का संदेश दिया। श्री रामचरितमानस की कथा असत्य पर सदैव सत्य की विजय होने का संदेश देती है। यह सुविचार श्री राम कथा वाचक पंडित कमल कांत महाराज ने व्यक्त किए।
वे नगर के वार्ड 23 शीतल मेगा सिटी में चल रही 9 दिवसीय श्रीराम कथा के समापन अवसर पर गुरुवार को बोल रहे थे।
ईश्वर और जीव का मिलन हनुमान जी महाराज करवाते हैं। चारों युग में हनुमान जी पूजनीय हैं। सुग्रीव और श्री राम की मित्रता कराने वाले हनुमान जी महाराज है। इसलिए हर नगर में हर गांव में श्री हनुमान जी महाराज का मंदिर होना चाहिए। उनकी पूजा सेवा करने से मनुष्य के सकल मनोरथ पूर्ण होते हैं।
व्यास पीठ से उन्होंने कहा कि प्रभु श्री रामचंद्र जी ने विभीषण जी को बिना मांगे हैं सोने की लंका प्रदान कर दिया अर्थात् परमात्मा से कुछ मांगना नहीं चाहिए। इसके बाद रावण के ऊपर रामजी ने विजय प्राप्त किया। सत्य के मार्ग में चलकर मनुष्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित कभी नहीं होता है यह शिक्षा हमें श्रीराम कथा से मिलती है।
कथा सुनने बड़ी संख्या में महिला पुरुष पहुंचे।जिन्होंने भजनों का आनंद लिया और संगीत की धुन पर जमकर नाचे। वहीं कथा विराम के बाद आयोजन समिति की ओर से हवन पूजन और भंडारे का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।