बच्चों में वैज्ञानिक अभिरुचि के विकास हेतु बाल विज्ञान कांग्रेस आयोजित
बच्चों में पर्यावरणीय समस्याओं को पहचान कर समाधान हेतु वैज्ञानिक तरीके अपनाना व जन विज्ञान को समझाना उद्देश्य
प्रतिवर्ष साइंस सेंटर ग्वालियर मध्य प्रदेश द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय एवं विज्ञान प्रसार नई दिल्ली के सहयोग से 10 से 14 वर्ष एवं 14 से 17 वर्ष के बच्चों में वैज्ञानिक अभिरुचि के विकास हेतु बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन किया जाता है इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों में वैज्ञानिक समाज अपने आसपास के पर्यावरणीय समस्याओं को पहचानना एवं उसके समाधान हेतु वैज्ञानिक तरीके अपनाना एवं जन विज्ञान को समझना है हरदा जिले में लगभग 150 बच्चों ने इस परियोजना में भाग लेने हेतु अपना पंजीयन कराया था जिसमें से 20 चयनित परियोजनाओं का जिला स्तर पर आज प्रस्तुतीकरण किया गया उसमें से निम्न पांच श्रेष्ठ परियोजनाओं का चयन प्रदेश स्तर के लिए किया गया जो इस तरह है
१. कपिल बर्दिया एवं प्रांजल कुशवाहा सरस्वती शिशु मंदिर टिमरनी द्वारा शारीरिक एवं दृष्टिबाधित दिव्यांगों के लिए सहयोगी स्टिक का निर्माण विषय पर अपनी परियोजना प्रस्तुत की गई!
२ युवराज कौशल एवं योगेश इरपाचे द्वारा वायु शोधक यंत्र बनाया गया!
३ भूमिका चौरसिया एवं सलोनी ठाकरे उत्कृष्ट विद्यालय हरदा द्वारा मछलियों के छिलकों से प्रोटीन शेक निर्माण!
४ मयंक बुंदेले एवं बालकृष्ण पारे द्वारा पारंपरिक भोजन के पोषण मूल्य का मूल्यांकन विषय पर परियोजना प्रस्तुत की गई!
५ सरस्वती शिशु मंदिर हरदा कि रक्षिता बिश्नोई एवं प्रतिभा त्रिपाठी द्वारा घरेलू कचरे से खाद निर्माण विषय पर परियोजना प्रस्तुत की गई !
कार्यक्रम में निर्णायक के रूप में डॉक्टर धर्म निष्ठा निकोबार एवं डॉ सीमा रजक उपस्थित थे कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर श्रीलता कुट्टी मैडम ने की कार्यक्रम का आभार संजय के द्वारा व्यक्त किया गया जिला स्तर पर चयनित प्रतिभागी 8 एवं 9 दिसंबर को राज्य स्तर पर अपना प्रस्तुतीकरण देंगे