बिहार | वैशाली जिले के पटेढ़ी बेलसर ओपी अंतर्गत जारंग रामपुर गांव में शनिवार की सुबह भूमि विवाद में पति–पत्नी की धारदार हथियार से नृशंस हत्या कर दी गई। पति शशिकांत विश्वकर्मा की उम्र करीब 40 वर्ष और पत्नी संगीता की उम्र करीब 35 वर्ष थी। हत्या का आरोप मृत के सगे चाचा हरिनारायण ठाकुर पर लगा है। दंपति की हत्या की सूचना पर गांव में सनसनी फैल गई। लोगों की काफी भीड़ जुट गई। सूचना पर स्थानीय पुलिस के अलावा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।
जारंग गांव निवासी शशि कांत ठाकुर एवं उनके पट्टीदार हरिनारायण ठाकुर के बीच जारंग चौक स्थित एक बीघा में बने मार्केट को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। शनिवार सुबह फिर विवाद शुरू हो गया। कुछ देर बाद ही यह विवाद खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। देखते ही देखते दोनों ओर से एक दूसरे पर लाठी डंडे एवं धारदार हथियार चलने लगे। इसी दौरान चाचा हरिनारायण ठाकुर ने अपने भतीजे शशिकांत ठाकुर एवं उसकी पत्नी को धारदार हथियार से वार कर लहूलुहान कर दिया। मौके पर ही उन दोनों की मौत हो गयी। इस नृशंस घटना के बाद चारों ओर खून पसरा था। घटना में हरिनारायण भी जख्मी हो गया। ग्रामीणों ने उसे इलाज के लिए हाजीपुर भेज दिया।
ग्रामीणों ने बताता कि तीन दिन पहले ही शशि दरभंगा से सपरिवार घर आया था। दरभंगा में ही रहकर बढ़ई का काम करता था। नवरात्र में वह दुर्गापाठ करता था। उसके तीन साल एवं दो साल का दो बेटा भी है। पड़ोसियों ने बताया कि मृतका संगीता देवी चार माह की गर्भवती भी थी। 15 वर्षो से उनलोगों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। घटना के पीछे मृतक की दादी दया देवी का जमीन लिखना बताया गया है। अपने तीन पुत्रों हरिनारायण ठाकुर, लालबाबू ठाकुर और लखन ठाकुर में से केवल लखन ठाकुर एवं हरिनारायण ठाकुर के नाम जमीन लिख दिया था। शशि के पिता लालबाबू ठाकुर को जमीन नहीं दी थी। इसी को लेकर हमेशा विवाद हो रहा था। इधर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल भेज दिया है। घटनास्थल पर पहुंचे एसडीपीओ सदर राघव दयाल ने बताया कि यह जमीन विवाद को लेकर हत्या का मामला है। लोगों ने बताया है कि हरिनारायण ठाकुर ने उक्त दोनों की हत्या कर दी है।