नई दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोविड का खतरा अभी भी बरकरार है और मामले कम होने के कारण लोगों को पूरी तरह से बेफिक्र होने की जरूरत नहीं है। संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा,' पिछले सप्ताह रिपोर्ट हुए कोरोना के कुल मामलों का 56% मामले केरल से आए। एक्टिव केस अभी भी 2 लाख 44 हजार हैं। अकेले केरल में 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। उन्होंने बताया कि 4 राज्यों में 10 हजार से 50 हजार एक्टिव केस है जबकि 31 राज्यों में 10 हजार से कम एक्टिव केस हैं। कोरोना की दूसरी लहर पर अब तक कंट्रोल नहीं हुआ है।
कोरोना पॉजिटिविटी रेट का जिक्र करते हुए अग्रवाल ने बताया कि 5 राज्यों (मिजोरम, केरल, सिक्किम, मणिपुर, मेघालय) में वीकली पॉजिटिविट रेट 5% से ज्यादा है। 28 ज़िले में वीकली पॉजिटिबिटी 5 से 10% के बीच जबकि 34 जिलों में वीकली पॉजिटिविटी 10% से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि कोविड का खतरा बरकरार है।कोताही बरती गई और मामले बढ़ गए। आने वाले तीन महीनों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय खासतौर पर चिंतित है और उसने लोगों से अपील की। अग्रवाल ने कहा कि इंग्लैंड और नीदरलैंड में देखा गया कि कोताही बरती गई और मामले बढ़े। सावधानी हमें भी बरतनी जरूरी है ताकि मामले न बढ़ें। आने वाले त्योहारों दशहरा, नवरात्रि, दुर्गा पूजा, ईद, दिवाली, क्रिसमस और न्यू ईयर के लिहाज से अगले तीन माह बेहद अहम हैं। अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में काफी सावधानी बरतनी है।आने वाले त्योहार को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की कि घर पर रह सकते हैं तो रहें, त्योहार अगर ऑनलाइन मना सकें तो मनाएं। त्यौहार हो पर कोविड सेफ व्यवहार हो।
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने भी कहा, 'हम खुशियां बांटेंगे, वायरस नहीं। 3 महीने काफी अहम, एहतियात बहुत ज़रूरी है। अमेरिका, यूके जैसे देशों की स्थिति को देखते हुए ये वार्निंग मानिए कि लापरवाही हुई तो केस बढ़ सकते हैं। वार्निंग, रिक्वेस्ट और हमारा संकल्प है। जिनका कोरोना वैक्सीन का सेकंड डोज ड्यू है, वे इसे लें। उन्होंने कहा कि झारखंड,,वेस्ट बंगाल मेघालय,मणिपुर और नागालैण्ड में वैक्सीनेशन बढाने की जरूरत है।