मुंबई । महाराष्ट्र में लखीमपुर खीरी कांड के विरोध में आयोजित बंद का मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है। सत्ताधारी गठबंधन की ओर से आयोजित बंद के चलते राज्य के कई जिलों में दुकानें बंद हैं और मुंबई एवं पुणे जैसे शहरों में लोकल बसें भी बंद हैं। हालांकि लोकल ट्रेनों का संचालन सामान्य रूप से चल रहा है। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बंद का समर्थन मुंबई, पुणे, ठाणे और नासिक की कई ट्रेडर्स एसोसिएशन ने किया है। सोमवार को सुबह मुंबई और पुणे जैसे शहरों में कुछ बसें भी चलती दिखीं और लोग यात्रा करते नजर आए, लेकिन सत्ताधारी दलों के कार्यकर्ताओं के विरोध के बाद ये बसें भी बंद हो गईं। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बंद को 100 फीसदी सफल बताया है। राउत ने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचले जाने का लोग खुद विरोध कर रहे हैं और उन्होंने बंद को समर्थन दिया है। इस बीच खबर यह भी है कि रात में मुंबई में बीईएसटी की 8 बसों में तोड़फोड़ भी की गई थी। बीईएसटी के प्रवक्ता ने कहा कि हमने हमलों के मद्देनजर सरकार से पुलिस सुरक्षा की मांग की है। भाजपा ने बंद का विरोध करते हुए कहा कि शिवसेना ने हमेशा ही विकास का विरोध किया है। भाजपा नेता आशीष शेलार ने कहा, 'शिवसेना ने हमेशा विकास का विरोध किया है। उन्होंने 1980 में मिलों में हड़ताल का भी अप्रत्यक्ष तौर पर समर्थन किया था। इसके अलावा नवी मुंबई, सिंधुदुर्ग में हवाई अड्डों और तटीय मार्गों का भी विरोध किया था। भाजपा नेता ने कहा कि अब शिवसेना और उसके साथी दलों ने ऐसे वक्त में बंद का आयोजन किया है, जब राज्य में लोग कोरोना लॉकडाउन के चलते पहले से ही तनाव में हैं। बसों के अलावा राज्य के कई शहरों में ऑटो और टैक्सियों का संचालन भी प्रभावित है। कई टैक्सी यूनियंस ने बंद का समर्थन किया है। मुंबई, ठाणे, कल्याण डोंबिवली जैसे क्षेत्रों में सुबह से ही ऑटो और टैक्सी का संचालन प्रभावित है। यही नहीं शिवसैनिकों ने पुणे-बेंगलुरु हाईवे भी जाम कर दिया है। शिवसेना के अलावा कांग्रेस भी इस बंद में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है।