जयपुर |के सेंट्रल पार्क में महात्मा गांधी दर्शन म्यूजियम भी बनाया जाएगा। यह म्यूजियम अहमदाबाद के साबरमती आश्रम की तर्ज पर विकसित होगा। इसमें महात्मा गांधी के जीवन से जुड़े प्रत्येक तथ्यों को समाहित किया जाएगा। आश्रम की स्थापना को लेकर सरकार ने अलग-अलग विशेषज्ञों से सलाह ली है।
मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंसेज और पुणे के महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी स्कूल आफ गवर्नेंस की तर्ज पर जयपुर में महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट आफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंस में युवाओं को डिप्लोमा कोर्स कराए जाएंगे ।
इंस्टीट्यूट में शांति, अहिंसा, गौ सेवा, खादी के वस्त्र बनाने और गरीब की सेवा सहित विभिन्न सामाजिक कार्यों के लिए कराए जाने वाले डिप्लोमा कोर्स में युवाओं का चयन प्राथमिकता के आधार पर होगा। राजस्थान के उच्च शिक्षामंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि युवाओं को महात्मा गांधी की शिक्षा पद्ति और सिद्धांतों से रूबरू कराने, गुड गवर्नेंस और सामाजिक कार्यों में भूमिका निभाने के लिए तैयार किया जाएगा ।
इंस्टीट्यृट और म्यूजियम बनाने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो दिन पहले अधिकारिक आदेश जारी कर दिए हैं। अगले कुछ दिनों में इनका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। सरकार अगले साल 30 जनवरी शहीद दिवस के दिन तक सभी तरह के निर्माण कार्य पूरे कराना चाहती है।
जयपुर के सेंट्रल पार्क में महात्मा गांधी दर्शन म्यूजियम भी बनाया जाएगा। यह म्यूजियम अहमदाबाद के साबरमती आश्रम की तर्ज पर विकसित होगा। इसमें महात्मा गांधी के जीवन से जुड़े प्रत्येक तथ्यों को समाहित किया जाएगा। आश्रम की स्थापना को लेकर सरकार ने अलग-अलग विशेषज्ञों से सलाह ली है।