रायपुर । कोरोना के कारण चारों तरफ हाहाकार के बावजूद जान जोखिम में डालते हुए शवदाह करने वाले अब बकाया भुगतान के लिए अफसरों के चक्कर काट रहे हैं। रायपुर नगर निगम क्षेत्र में स्थापित श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार करने वालों के ही करीब दो करोड़ रुपये बकाया हैं। यह वह दौर था जब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में मरने वालों के स्वजन भी शव को छूने कतरा रहे थे। चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए समय अंतिम संस्कार कराने के लिए प्रत्येक जोन में निगम ने टेंडर जारी किया था।
टेंडर का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है। इसलिए ठेका एजेंसी कलेक्टर और निगम कमिश्नर के दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं। निगम के अधिकारी का कहना है कोरोना संक्रमण के दौरान अंतिम संस्कार करने वालों का जल्द भुगतान कराया जाएगा। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में रायपुर जिले में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही थी। दूसरे जिले से भी अति गंभीर स्थित में मरीजों को रायपुर रेफर किया जा रहा था।
ऐसे में सुरक्षित दाह संस्कार बड़ी चुनौती बन गई थी। शवों से किसी को भी संक्रमण न फैले, इसलिए जरूरी था कि पूरे प्रोटोकाल के तहत तमाम रीति-रिवाजों को भी ध्यान में रखते हुए दाह संस्कार किया जाए। बढ़ती मौत के चलते निगम द्वारा बनाए गये 12 श्मशान घाट कम पड़ने लगे थे। जिसको देखते हुए निगम ने 13 श्मशान घाट नए शुरू किए थे। मगर, श्मशान घाटों पर शव को जलाने वालों की संख्या कम थी, इसको देखते हुए निगम अपने प्रत्येक जोन में शवों के अंतिम संस्कार के लिए टेंडर जारी किया था।
अंतिम संस्कार का पूरा खर्च उठा रही थी ठेका कंपनी
निगम के प्रत्येक जोन में शव को जलाने के लिए ठेकेदार को ही सामग्री जैसे लकड़ी, पीपीई किट और राल (अग्नि तेज करने वाली सामग्री) आदि की व्यवस्था करनी पड़ी थी। इससे पहले मुक्तिधाम में निगम के अनुबंधित कर्मचारी तैनात थे। जिन्हें 15 हजार रुपये प्रति माह दिया जा रहा था।
एक अंतिम संस्कार के लिए छह हजार का टेंडर
जारी टेंडर के अनुसार निगम ने एक शव के अंतिम संस्कार के लिए छह हजार 21 रुपये की दर निर्धारित की थी। संक्रमण खत्म होते ही निगम भुगतान करना भूल गया।
बकाया राशि के लिए सौंपा ज्ञापन
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अंतिम संस्कार के लिए निगम ने टेंडर जारी किया था। इसका करीब दो करोड़ रुपये बकाया है। बकाया राशि के लिए आयुक्त और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है।
जल्द कर दिया जाएगा बकाया भुगतान
कोरोना संक्रमण के दौरान अंतिम संस्कार करने वाली ठेका एजेंसी को थोड़ा-थोड़ा करके पैसा जारी किया जा रहा है। उनका कुछ भुगतान बकाया है, जल्द ही पूरा कर दिया जाएगा।