भोपाल । प्रदेश सरकार 14 साल बाद लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत प्रदेश की हर लड़की को योजना में शामिल करने पर मंथन कर रही है। इसके लिए सरकार जनमत से सुझाव आमंत्रित कर रही है। साथ ही अफसर एवं मंत्रियों की एक टीम भी इस योजना के विस्तार को लेकर मंथन कर रही है। ऐसे में संभावना है कि अगले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार प्रदेश की हर लड़की को लाड़ली लक्ष्मी योजना में शामिल करने का ऐलान कर सकती है। यह योजना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सबसे लोकप्रिय योजना है। यह ऐसी योजना है जिसे भारत सरकार एवं अन्य राज्यों की सरकार ने अपनाया है।
मंत्रालय सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेटियों के हित में बड़ा कदम उठाने का निर्णय कर चुके हैं। उनकी मंशा है कि लाड़ली लक्ष्मी योजना का विस्तार इस तरह किया जाए, जिसमें शामिल बेटियों की उच्च शिक्षा तक प्रावधान किया जाए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राजधानी भोपाल में गुरूवार को होने वाले लाड़ली लक्ष्मी उत्सव में यह घोषणा कर सकते हैं कि साल में एक दिन लाड़ली लक्ष्मी उत्सव बनाया जाएगा। खास बात यह होगी यह उत्सव अंग्रेजी महीने नहीं, बल्कि हिंदू पंचांग के हिसाब से नवदुर्गा महोत्सव में दौरान दुर्गाष्ठमी या नवमीं के दिन मनाया जाएगा।
लाड़ली लक्ष्मी योजना
प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना 1 अप्रैल 2017 को लागू हुई थी। योजना में अभी तक 40 लाख बेटियों शामिल हो चुकी हैं। इस योजना के बाद ही शिवराज सिंह चौहान को मामा मुख्यमंत्री के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली। इस योजना के तहत मुख्यमंत्री 14 अक्टूबर को प्रदेश की 21 हजार लाड़डिय़ों के खातों में 6 करोड़ रुपए डालेंगे। संभवत: वे कल बेटियों को लेकर बड़ी घोषणाएं भी कर सकते हैं।
लाड़ली को मिलते हैं 1 लाख 18 हजार
लाड़ली को कक्षा छठवी में प्रवेश करने पर 2 हजार, नवीं में 4 हजार, ग्यारवीं एवं बाहरवीं कक्षा में प्रवेश करने पर 6-6 हजार रुपए मिलते हैं। जबकि 21 साल की आयु पूरी होने एकमुश्त राशि 1 लाख रुपए मिलेंगे। शर्त यह है कि लाड़ली को कक्षा 12 वीं उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। अभी तक इस योजना में शामिल बेटियों नवीं कक्षा तक ही पहुंची हैं। अब योजना का विस्तार किया जा रहा है। जिससे बेटियों को उच्च शिक्षा का प्रावधान होगा।