नई दिल्ली । श्रद्धालुओं की भारी मांग को देखकर इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) अधिक से अधिक लोगों को भगवान श्री राम के जीवन से जुड़े सभी प्रमुख स्थानों पर जाकर दर्शन करने का मौका दे रहा है।इसके लिए राम भक्तों की मांग को देखकर चार और 'श्री रामायण यात्रा' स्पेशल ट्रेन पटरी पर दौड़ने वाली है। कंपनी ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चार और रामायण सर्किट स्पेशल ट्रेन चलाने की योजना बनाई है। ये ट्रेनें 7 नवंबर से शुरू होने वाली पहली घोषित ट्रेन के अलावा चलेंगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर और जनवरी के महीने में अलग-अलग शहरों यानी मदुरै, पुणे, श्री गंगानगर और अहमदाबाद से ट्रेन शुरू होंगी। पहली अतिरिक्त ट्रेन 16 नवंबर से शुरू होगी, जबकि दूसरी और तीसरी ट्रेन क्रमश: 25 नवंबर और 27 नवंबर को चलेगी। चौथी ट्रेन 20 जनवरी से अपनी यात्रा शुरू करेगी।
बता दें कि आईआरसीटीसी ने मोदी सरकार की पहल 'देखो अपना देश को बढ़ावा देने के लिए यह विशेष पर्यटक ट्रेन शुरू की है।इसके तहत धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 'देखो अपना देश' की पहल के तहत डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन चलाने का फैसला किया है। यह ट्रेन पहले केवल स्लीपर क्लास के साथ चलती थी। इस डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन में दो बढ़िया डाइनिंग रेस्तरां, एक आधुनिक किचन, यात्रियों के लिए फुट मसाजर, मिनी लाइब्रेरी, आधुनिक स्वच्छ शौचालय और शॉवर क्यूबिकल आदि की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
पूरी तरह से वातानुकूलित इस ट्रेन में दो तरह की सुविधाएं हैं, फर्स्ट एसी और सेकेंड एसी। ट्रेन में प्रत्येक कोच के लिए सीसीटीवी कैमरों लगे हैं और सुरक्षा गार्डों की भी तैनाती है। इस टूर का पैकेज मूल्य केवल 82950 रुपये प्लस टैक्स है, जिसमें एसी क्लास में ट्रेन की यात्रा, एसी होटलों में आवास, सभी भोजन, एसी वाहनों में सभी दर्शनीय स्थलों के दर्शन, यात्रा बीमा और आईआरसीटीसी टूर मैनेजरों की सेवाएं शामिल हैं। इस ट्रेन में 156 यात्री सफर कर सकते हैं और पहली ट्रेन की बुकिंग लगभग फुल हो चुकी है।
सभी अतिरिक्त ट्रेनें स्लीपर और 3 एसी श्रेणी के डिब्बों के साथ चलेंगी। इस टूर का पैकेज मूल्य कम से कम 7,560 रुपये और अधिकतम 16,065 रुपये है। इस पर्यटक ट्रेन में कोरोना टीकाकरण अनिवार्य है। फेस मास्क और हैंड सैनिटाइजर भी अनिवार्य होगा।
इस विशेष यात्रा में टूरिस्ट श्री राम जन्मभूमि मंदिर और हनुमान मंदिर के दर्शन करने के साथ ही नंदीग्राम में भारत मंदिर का दर्शन कर सकते है। इसके बाद यह ट्रेन सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी जाएगी और फिर वहां से नेपाल के जनकपुर धाम ट्रेन जाएगी। नेपाल के जनकपुर में राम-जानकी मंदिर को सड़क मार्ग से कवर किया जाएगा। इसके बाद ट्रेन वाराणसी जाएगी और पर्यटक सड़क मार्ग से बसों के जरिए वाराणसी, प्रयागराज, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट के मंदिरों में जाएंगे। इसके बाद ट्रेन नासिक, हम्पी और रामेश्वरम भी जाएगी, जहां भक्त भगवान राम की पूजा कर सकते है। इस पूरी यात्रा में टूरिस्ट करीब 7,500 किलोमीटर का सफर तय करेंगे।