रायपुर| पंजाब कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन के बाद छत्तीसगढ़ और राजस्थान कांग्रेस आंतरिक कलह से जूझ रही है। दोनों राज्यों में भी कुछ समय से मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने की मांग चल रही है। हालांकि, केंद्रीय नेतृत्व इस पर शांत है। कुछ भी बोलने से बच रहा है। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने एक मीडिया संस्थान को बताया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी अगले हफ्ता रायपुर आएंगे। राज्य में जारी सियासी संकट पर भी कार्यकर्ताओं से राय लेंगे और फिर अपना विचार प्रकट करेंगे।
नेतृत्व परिवर्तन पर होगी चर्चा
कुछ नेताओं का कहना है कि ढाई साल के भीतर कांग्रेस सरकार की ओर से किए गए विकासकार्यों का जायजा लेने रायपुर जा रहे हैं। वहीं, सियासी गलियारों में चर्चा है कि राहुल गांधी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री पद की दावेदारी करने वाले नेता टी एस सिंहदेव की नाराजगी को शांत कराने के लिए रायपुर जा रहे हैं। हालांकि, पार्टी सूत्रों का कहना है कि आने वाले समय में यहां भी नेतृत्व परिवर्तन होने वाला है। इसी को देखते हुए राहुल गांधी अगले सप्ताह दिल्ली से रायपुर आ रहे हैं।
भूपेश और सिंहदेव के बीच अनबन
गौरतलब है कि दो महीने पहले छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद के लिए भूपेश बघेल और टी एस सिंहदेव आमने सामने हो गए थे। दोनों नेताओं के बीच कई बार मतभेद की स्थिति भी पैदा हो चुकी है। यहां तक कि दोनों के समर्थक भी आमने-सामने हो चुके हैं। केंद्रीय नेतृत्व के साथ दोनों नेताओं की कई बार मैराथन बैठक भी हो चुकी हैं। सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी के साथ दोनों नेताओं की खुलकर बातचीत हुई हैं, लेकिन कांग्रेस आलाकमना ने भूपेश बघेल को ही मुख्यमंत्री बने रहने का संकेत दिया था। इसके बाद भूपेश बघेल रायपुर लौट गए। हालांकि, रायपुर लौटने से पहले मुख्यमंत्री बघेल ने राहुल गांधी से छत्तीसगढ़ आने का न्योता दिया था, जिसपर राहुल गांधी ने सहमति जताई थी। वहीं, टीएस सिंहदेव इस बीच कई बार दिल्ली का दौरा कर चुके हैं। हालांकि, वो हर बार निजी दौरा बताकर मीडिया से बचना चाहते हैं, लेकिन उनका मकसद कांग्रेस हाईकमान के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराने और राज्य की कमान अपने हाथ लेने का है।