एक दुर्लभ प्रजाति का पौधा "सफेद फूल की कटेरी
०--बाबूलाल दाहिया
यह सफेद कटेरी है जिसे हमारे इस क्षेत्र में भटकटैया भी कहा जाता है।
अमूमन कटेरी का फूल बैगनी रंग का ही होता है जिसका पौधा बहुतायत से पाया जाता है । पर प्रकृति की रहस्य मई बिचित्रता के चलते एकाध करोड़ बैगनी फूल की कटेरी मे से ही एक दो सफेद फूलों की कटेरी भी जम आती है।
किन्तु सदियो से चली आ रही एक अंध विश्वाश भरी लोक मान्यता इस की दुश्मन बनी हुई है। क्यों कि कुछ लोगो का कथन है कि जहॉ सफेद कटेरी का पौधा जमता है उसके नीचे जमीन में गड़ा हुआ धन रहता है।
बस इसी अंध विश्वाश के चलते जैसे ही प्रकृति की यहअनमोल धरोहर सफेद फूल वाली कटेरी दिखी तो धन पिपाशु लोग वहाँ खोद कर फल बीज बनने के पहले ही इसे नष्ट कर देते है।
धन तो मिलता नही पर यह दुर्लभ प्रजाति का औषधीय पौधा अवश्य नष्ट हो जाता है।
हमारे मित्र वैद्य रामलोटन कुशवाहा बिगत 10 वर्षों से इस रेयरिष्ट एक वर्षीय पौधे को बचाने में लगे हुए है।
इस के फल के दानों को बोने पर कुछ वर्षों तक तो 75 प्रतिसत पौधे नीले फूल के ही हो जाते थे। क्यों कि परागण करने वाले कीटो के मुह में हो सकता है बैगनी फूलों वाली कटेरी के पराग कण रहते रहे हो।
किन्तु अब सभी पौधे सफेद फूल वाले ही होते है। पर लगता है प्रकृति इसे रेयरिष्ट ही रखना चाहती है। क्यों कि इसके बहुत कम बीज जमते है।