नई दिल्ली। केरल के बिशप की ओर से पिछले दिनों लव और नारकोटिक्स जिहाद को लेकर टिप्पणी की थी। इसके बाद से ही राज्य में राजनीतिक बवाल जारी है। इस मुद्दे पर मोदी सरकार भी दखल दे सकती है। गुरुवार को भाजपा के राज्यसभा सांसद सुरेश गोपी ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही राज्य के गिरजाघर प्रमुखों के साथ बैठक करेगी, जिसमें उनकी चिंताओं पर विचार-विमर्श होगा। एक दिन पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने विपक्ष के सुझाव को खारिज कर दिया कि एक कैथोलिक बिशप द्वारा 'नारकोटिक जेहाद' के विवादास्पद बयान पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए।
अभिनेता से नेता बने गोपी ने कहा कि इस तरह की बैठक बहुत पहले आयोजित करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन राज्य की वर्तमान स्थिति को देखकर इसमें तेजी लाई जाएगी। पाला बिशप जोसेफ कल्लरांगट का समर्थन करते हुए गोपी ने कहा कि बिशप ने किसी समुदाय के खिलाफ बुरी बात नहीं कही है। उनके 'नारकोटिक एवं लव जिहाद' के बयान से दक्षिणी राज्य में विवाद पैदा हो गया है।
गोपी ने कहा,केंद्र सरकार प्रभावित समुदाय (इस मामले में) को अपनी चिंताओं से अवगत कराने का अवसर देगी। 2019 में ही गिरजाघर प्रमुखों की दो दिवसीय बैठक आयोजित करने की योजना बनाई गई थी।' मुख्यमंत्री के इस बयान की तरफ ध्यान दिलाने पर कि 'नारकोटिक जेहाद' को लेकर कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है, राज्यसभा के सदस्य ने कहा कि किसी भी पूर्व पुलिस प्रमुख ने अभी तक कैथोलिक पादरी द्वारा व्यक्त की गई चिंता को खारिज नहीं किया है।
उन्होंने पूछा, 'अगर सामाजिक बुराई है तो क्या हमें इसे शुरू में ही खत्म नहीं कर देना चाहिए?' विजयन ने विपक्षी दलों की मांग को खारिज कर दिया कि समस्या के समाधान के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए और कहा कि बयान किसी राजनीतिक दल के व्यक्ति द्वारा नहीं दिया गया है।