मौसम में हुए बदलाव से सर्दी खांसी बुखार और डायरिया के मरीज बढ़े,
सरकारी अस्पताल में प्रतिदिन आ रहे 50 से अधिक मरीज,
प्राइवेट अस्पतालों में भी डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी,
मंडीदीप। बरसात का मौसम आते ही बीमारियों ने भी अपनी आमद दर्ज करा दी है। अस्पतालों में सर्दी खांसी बुखार और डायरिया के मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी होने लगी है। हालात ऐसे हैं कि सरकारी अस्पताल में इन लोगों के मरीजों की संख्या रोजाना बढ़ रही है।
प्राइवेट अस्पतालों में भी डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी, |
सतलापुर में अधिक खतरा बढ़ा:अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार उल्टी दस्त के अधिकांश मरीज सतलापुर से आ रहे हैं। इसकी जानकारी जुटाने पर पता चला कि यहां दूषित लाल पानी की सप्लाई की जा रही है। जो बीमारियों का कारण बन रहा है।
इन बीमारियों का खतरा:
दूषित पानी से होने वाले बीमरियां:
पानी पीने से होने वाली बीमारियां वाटर बोर्न डिसीज कहलाती है। इनमें मुय रूप से हैजा (कोलेरा) मोती झरा (टायफाइड),पीलिया (वाइंनडिस) और डायरिया शामिल हैं।
दूषित खाने से होने वाली बीमारियां:
बारिस के दिनों में गंदगी से फैले मछरों से कई तरह की बीमारियां होती हैं। इनमें डेंगू और मलेरिया सहित अन्य बीमारियां शामिल हैं।
ये हैं लक्षण:
मीजल्स: प्रमुख लक्षण तेज बुखार,नाक बहना,खांसी,गले में खरास व सूजन,आंखे लाल होना और शरीर पर सफेद दाने होना,
टायफाइड: बुखार, थकान,कमजोरी,पेट दर्द और भूख की कमी,
पीलिया: त्वचा का पीला होना,आंखों में पीलापन होना,नाखूनों में पीलापन होना और पीलेरंग का पेशाब आना,
ऐसे करें बचाव:
साफ पानी ही पिएं,पानी में क्लोरीन डालें,भोजन ढक कर रखें एवं ताजा भोजन ही करें,शौचालय के प्रयोग के बाद हाथ पैरोंं को अछे से धोएं,फूड पॉइजनिंग से बचें,फल सब्जी धोकर उपयोग करें,