वैक्सीनेशन सेंटर पर भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे की गुंडागर्दी
वैक्सीन लगवाने आये दम्पति से की मारपीट
- एससी एसटी की धारा लगा केस दर्ज करने समाज के दर्जनाें लाेगाें ने किया थाने का घेराव
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति संघ एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा सिराली थाने में ज्ञापन देते हुए |
हरदा। वैक्सीन लगवाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद मरदानुपर के युवक अशाेक पिता हजारीलाल गुजरभाेज पत्नी हेमलता के साथ गुरुवार को वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचा। भाजपा जिलाध्यक्ष अमरसिंह मीणा के बेटे नितिन मीणा ने वेक्सिनेशन सेंटर पर ही उनके साथ जमकर मारपीट की और जातिसूचक गालियां देकर सार्वजनिक रुप से अपमानित किया। इसके विरोध में में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति,जनजाति युवा संघ के बैनर तले कतिया समाज के कई लाेगाें ने गुरुवार काे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर ज्ञापन दिया। जिसमें आरोपी नितिन मीणा को एससी,एसटी एक्ट में केस दर्ज गिरफ्तार करने की मांग की। यह भी बताया कि राजनीतिक दबाव व गांव में रसूख के चलते समाज के लाेगाें के हस्ताक्षर करने पीड़ित अशाेक के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने का केस दर्ज कराने के लिए जबरिया चिट्ठी लिखवाने की बात कही।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति युवा संघ के जिला अध्यक्ष राहुल पवारे ने बताया कि मरदानुपर निवासी अशाेक गुजरभाेज ने वैक्सीन लगवाने के लिए पंजीयन कराया था। वे पंजीयन का नंबर लेकर पत्नी के साथ वैक्सीन लगवाने गए थे,जहां भाजपा जिलाध्यक्ष अमरसिंह मीणा का बेटा नितिन मीणा जान पहचान के लाेगाें काे पहले बुलाकर वैक्सीन लगवा रहा था,जब अशाेक ने अपनी पंजीयन पर्ची टेबल पर वेरिफाई करने वाले काे दिखाई ताे नितिन ने पर्ची से लेकर फाड़कर फेंक दी। अशाेक ने जब इसका कारण पूछा ताे गुस्से में आग बबूला नितिन ने उससे मारपीट शुरू कर दी। अपने पति का बचाव करने आगे आई उसकी पत्नी हेमलता ने जब इसका विराेध किया ताे उससे भी जातिसूचक गालियां देते हुए मारपीट की।
युवा संघ ने बताया कि मारपीट से डरी महिला अपमानित हाेकर घर लाैट गई और अशाेक रिपाेर्ट लिखाने सिराली थाने चला गया। इसके बाद नितिन ने घर जाकर दाेबारा महिला काे जातिसूचक गालियां देकर धमकाया। जानकारी देते हुए फरियादी अशाेक ने बताया कि वे पहले भी दाे तीन बार इस दलित परिवार से मारपीट कर प्रताड़ित कर चुके हैं।
समाज के लाेगाें काे जब परिवार की महिला से हुई मारपीट का पता चला ताे गुरुवार काे कार्रवाई की मांग करने खंडवा,खातेगांव, खिरकिया,हरदा से अनेक लाेग थाने पहुंचे। पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर दाेषियाें पर कार्रवाई करने ज्ञापन दिया। निष्पक्ष कार्रवाई न हाेने पर प्रदेश व्यापी जन आंदोलन की चेतावनी दी।
थाने पहुंचे लाेगाें ने पुलिस काे बताया कि पर्ची खुद जिलाध्यक्ष मीणा के बेटे नितिन ने फाड़ी। अशाेक ने काेई पर्ची नहीं फाड़ी। वैक्सीन लगवाने सेंटर पर वेरिफाई करने वाले के टेबल पर पंजीयन व सत्यापन नंबर लिखने के लिए खाली पर्चियाें के रुप में विजिटिंग कार्ड के आकार के काेरे कागज टुकड़े रखे हाेते हैं,जिनमें पहले से काेई अन्य जानकारी लिखी नहीं हाेती है। समाज के लाेगाें ने पुलिस काे बताया कि राजनीतिक दबाव के कारण जिलाध्यक्ष ने गांव में ही समाज के कुछ लाेगाें से अशाेक के खिलाफ सरकारी काम में बाधा का केस दर्ज कराने व अपने बेटे नितिन काे कार्रवाई से बचाने के लिए चिट्ठी लिखवा कर पुलिस काे दी है।
समाज के प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए कि जिले में हाेने वाली घटनाओं में पुलिस पीड़ित के बताए अनुसार तुरंत एफ आई आर क्याें दर्ज नहीं करती है,सभी से आवेदन लेने व जांच के नाम पर मामले काे लंबित क्याें रखा जाता है। जल्द ही केस दर्ज न हाेने पर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।
इस दाैरान जिलाध्यक्ष राहुल पवारे,चिंतामणि,अरविंद पवारे,दिनेशचाैरसिया,संजय बिल्लाेरे, अमित दूधे,रामशंकर हुरमाले,अर्जुन हुरमाले,गणपत चाैरसिया,अनिल दूधे सहित कार्यकर्ता माैजूद रहे।
वही अमर सिंह मीणा का कहना है कि मेरा बेटा वहां व्यवस्था में सहयाेग कर रहा था। अशाेक शराब के नशे में था,उसने पहले वैक्सीन लगवाने की बात कही। मेरे बेटे ने पहले महिलाओं काे लगाने की बात कही। जिससे नाराज युवक ने पर्ची फाड़कर सरकारी काम में बाधा डाली। मारपीट की बात झूठी है। उसी की समाज के लाेगाें ने उसके खिलाफ लिखित अावेदन दिया है। पुलिस निष्पक्ष जांच करे।
थाना प्रभारी बबीता दुर्गेश ने बताया कि समाज के लाेगाें ने ज्ञापन दिया है। इस मामले में बयान लेकर जांच की जा रही है। जांच में आने वाले तथ्यों पर पर विधि सम्मत कार्रवाई करेंगे।