समाज की चेतावनी- प्रदेशव्यापी होगा आंदोलन
भाजपा जिलाध्यक्ष के आरोपी बेटे को 3 दिन में नहीं किया गिरफ्तारी की मॉग
कतिया समाज के मप्र के विभिन्न जिलों से आए 200 से अधिक लोगों ने दिया संयुक्त कलेक्टर को ज्ञापन
- राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति युवा संघ के अध्यक्ष राहुल पवारे व कतिया समाज संगठन संघ के संगठनों के बैनर तले कतिया समाज के लोग दोपहर 12 बजे कलेक्टर कार्यालय में पहुंचे। संध के पदाधिकारियों ने संयुक्त कलेक्टर को पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि आरक्षित वर्ग के युवक को वैक्सीनेशन सेंटर पर व्यवस्था का विरोध करने के कारण सार्वजनिक रुप से अपमानित किया गया। मारपीट व जातिसूचक गालियों का विरोध करने पर राजनीतिक दबंगई के चलते महिला से भी सरेआम मारपीट की गई। पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि अपनी गलती छिपाने के लिए राजनीतिक रसूख बताते हुए सचिव व कुछ ग्रामीणों को डरा धमकाकर सरकारी काम में बाधा डालने का झूठा केस दर्ज करा दिया गया। समाज ने झूठा केस खत्म करने,दबाव में काम करने वाले सालों से पदस्थ सचिव जयनारायण राय को हटाने की मांग की है। साथही कतिया समाज के प्रांतीय नेतृत्व ने चेतावनी दी कि 3 दिन में आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर प्रदेश व्यापी आंदोलन करेंगे। ज्ञापन देते समय राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति युवा संघ जिला अध्यक्ष राहुल पवारे,अम्बेडकर छात्र एवं युवा संगठन हरदा अध्यक्ष अजय मंडलेकर,ईटारसी से वरिष्ठ समाज सेवी व पूर्व अध्यक्ष प्रेम शंकर अग्निभोज,इटारसी अध्यक्ष के पी चौरे, होशंगाबाद से सोहन बिल्लौरे,भोपाल से सोहन उमरिया, भुसावल से छोटेलाल पहतराम हरणें,मदन लाल बिल्लोरे,दिनेश चौरसिया,नेपानगर से गणपत चौरसिया, रामनारायण कुलहरे,रामबक्स नागले कमलेश बिल्लोरे,खण्डवा अध्यक्ष राहुल सेजकर, अनिल दूधे,युवा अध्यक्ष आशीष ढोके राहुल, लोकेश सरवर,योगेश बिल्लोरे,गोपाल झिंजोरे,रोहित सांगुले,जमनादास चावडा,अनिल सांगुले समेत अनेक लोग व महिलाएं मौजूद रहीं।
ज्ञापन देने के बाद समाज के प्रतिनिधियों ने एक आवश्यक बैठक रखी। इसमें ठोस कार्रवाई न होने की स्थिति में प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट को ज्ञापन देने का निर्णय लिया। इसके बाद सीएम,गृहमंत्री,राज्य महिला आयोग,अनुसूचित जाति,जनजाति आयोग को शिकायत करने पर चर्चा हुई। आरक्षित वर्ग से हुई मारपीट को समाज ने गंभीरता से लेते हुए इसे भाजपा की कथनी व करनी का अंतर बताते हुए निंदा की।
संगठन के माध्यम से इन मांगों को लेकर ज्ञापन दिया
-पीड़ित अशोक पर दर्ज सरकारी काम में बाधा का केस वापस लिया जाए।
-आरोपी नितिन मीणा को गिरफ्तार कर जेल भेजें।
-सचिव जयनारायण राय द्वारा राजनीतिक दबाव में की झूठी शिकायत की निष्पक्ष जांच हो।
-आरोपी नितिन मीणा वैक्सीनेशन सेंटर की व्यवस्था में हस्तक्षेप क्यों कर रहा था,इसकी जांच हो।
-सचिव की डयूटी नहीं थी,तो उसकी झूठी शिकायत पर अशोक के खिलाफ क्यों काउंटर केस दर्ज किया गया।
-सचिव ने किस दबाव में ग्रामीणों से झूठी शिकायत पर फर्जी दस्तखत कराए।
-पीड़ित परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
-सालों से गृहग्राम में पदस्थ सचिव जयनारायण राय को हटाया जाए।
-फरियादी के थाने पहुंचने के दौरान के थाने के फुटेज निकाले जाएं।